पार्षद ने किया अवैध जमीन पर कब्जा, सीमांकन करने बिना पैसे लिए नही आ रहा था आरआई,न चाहते हुए एसीबी से करनी पड़ी शिकायत, प्रार्थी शिक्षक ने सुनाई अपनी दास्तां और लगाई प्रशासन से न्याय की गुहार
बिलासपुर। आखिरकार एक शिक्षक को एसीबी के हाथो राजस्व निरीक्षक को क्यों पकड़वाना पड़ा। इस बात का खुलासा स्वयं शिक्षक प्रवीण कुमार तरुण ने आज बिलासपुर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर बताई।
उन्होंने बता कि उनकी मोजा तोरवा,प ह न 37, खसरा न 954/1,955,रकबा 62.18 जिसकी 45× 26 डिसमिल जमीन पर पार्षद इब्राहिम खान के द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा था । जिस पर उन्होंने आपत्ति की लेकिन वह उल्टे उसे ही धमकाने लगा।जिसकी शिकायत उसने तोरवा थाने में की थी। लेकिन थाने वालो ने इसे राजस्व का मामला बताकर राजस्व विभाग जाने को कहकर चलता कर दिया। राजस्व विभाग में भी उसकी कोई सुनवाई नही हो रही थी। सीमांकन के लिए आवेदन किया था ताकि वास्तविक स्थित सबके सामने आए ताकि पार्षद इब्राहिम खान को चार लोगो के साथ बैठा कर मना किया जा सके।
लेकिन राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन को यह बात समझ में आया कि इसकी कीमती जमीन पर कोई कब्जा कर रहा है और मेरे सीमांकन के बाद स्थित स्पष्ट होगा तो पूरी जमीन इसकी ही जायेगी । तब वह इस जमीन के सीमांकन करने के बदले 3 लाख रूपयो की मांग करने लगा। जो बाद में 2 लाख 50 हजार में फाइनल हुआ। जिसमे तत्काल 1 लाख रुपए, बाकी 1 लाख सीमांकन के एक दिन पहले और 50 हजार सीमांकन रिपोर्ट के समय देने को कहा गया।
जब वह सब तरफ से थक हार गया और उसकी जमीन पर इब्राहीम खान की अवैध कब्जा हट नही रही थी। ईधर उसकी जमीन का सीमांकन के एवज में राजस्व निरीक्षक भी मोटी रकम मांगने लगा था तब उसने न चाहते हुए भी इसकी सूचना एसीबी को दी। जिसके बाद एसीबी की टीम ने राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया।
लेकिन उसका मामला अभी भी वही का वही है न उसके जमीन से मोहल्ले का पार्षद का कब्जा हटा है न ही उसकी जमीन की सीमांकन हो पाई।
आज उन्होंने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आज कैसे कुछ लोग अपनी ऊची पहुंच और ताकत के बल पर दूसरी की जमीन पर कब्जा जमा रहे है और पीड़ितों को न्याय के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।