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बिलासपुरराजनीति

पीसीसी द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य आज शहर पहुंचे,संगठन एवं निष्कासित नेताओं से बंद कमरे की बातचीत,जल्द पीसीसी को सौंपेंगे अपनी रिपोर्ट

बिलासपुर। नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वाले कार्यकर्ताओं की शिकायत पर उसकी वास्तविकता की जांच करने वाली पीसीसी की टीम फैक्ट फाइंडिंग कमेटी सोमवार को शहर पहुंची।

इस दौरान कमेटी ने बंद कमरे में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीयों एवं निष्कासित नेताओं से वन टू वन चर्चा किया। जिसमें जिला  कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने कमेटी के समक्ष निष्कासित नेताओं के खिलाफ वीडियो, फोटोग्राफ समेत अन्य सबूत पेश किए। वहीं पार्टी से बाहर किए गए नेताओं ने खुद को निर्दोष बताते हुए अपना पक्ष रखा।

पीसीसी द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के संयोजक धनेंद्र साहू, सदस्य अरुण वोरा व महेंद्र छाबड़ा सोमवार को दोपहर में शहर पहुंचते। जहां छत्तीसगढ़ भवन में कुछ देर विश्राम के बाद सीधे कांग्रेस भवन पहुंचे। इसके बाद शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के कक्ष का दरवाजा बंद कर दिया गया। कमेटी ने एक-एक कर निष्कासित किए गए नेताओं को बुलाना शुरू किया, जिनके खिलाफ नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शिकायत के बाद जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी ने निष्कासन की कार्रवाई की है। कमेटी के समक्ष अपनी बात रखने वालों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता अभय नारायण राय, प्रदेश सचिव त्रिलोक श्रीवास, महिला कांग्रेस की पूर्व शहर अध्यक्ष सीमा पांडे प्रमुख रूप से शामिल थे। इसके अलावा जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्य राजेंद्र धीवर, राजेंद्र शुक्ला, अंकित गौराहा, झगर राम सूर्यवंशी,भुनेश्वर यादव समेत अन्य नेताओं ने भी मुलाकात की।

संगठन की ओर से पक्ष रखने वालों में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केसरवानी, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय पांडे, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जावेद मेमन ,विनोद साहू अरविंद शुक्ला आदि शामिल थे।

वही कोटा के विधायक अटल श्रीवास्तव के मामले की भी जांच कमेटी करेगी। हालांकि, आज कांग्रेस भवन में अटल श्रीवास्तव से कमेटी की मुलाकात नहीं हो सकी। कमेटी जल्द ही सभी पक्षों से बातचीत कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी। इस प्रक्रिया के तहत सभी प्रासंगिक दस्तावेज और सबूतों की भी समीक्षा की जा रही है। कोटा विधायक आज राजधानी में थे इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो सकी।

इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के संयोजक धनेंद्र साहू ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि कमेटी ने निष्कासित नेताओं से बंद कमरे में चर्चा कर उनका पक्ष सुना गया है। इसके साथ ही जिला संगठन के पदाधिकारियों से निष्कासन के पीछे की वजहों और प्रस्तुत सबूतों, जैसे उम्मीदवारों द्वारा उपलब्ध कराए गए फोटोग्राफ्स, की विस्तृत जानकारी ली गई है।

धनेंद्र साहू ने स्पष्ट किया कि कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी। हालांकि, दोषियों की बहाली पर अंतिम फैसला पीसीसी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनका काम निष्पक्षता से रिपोर्ट तैयार करना है, न कि निर्णय लेना।

प्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल को लेकर मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि वर्तमान अध्यक्ष अच्छा काम कर रहे हैं। अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने से इंकार करते हुए साहू ने कहा कि संगठन में बदलाव का फैसला पूरी तरह से हाईकमान पर निर्भर है। अगर छत्तीसगढ़ में कोई बदलाव करना होगा, तो वह भी उचित समय पर हो जाएगा।

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