ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना के पराक्रम पर शौर्य सम्मान रैली का आयोजन

बिलासपुर । स्थानीय डी.पी. विप्र स्वायत्त शासी महाविद्यालय में आज दिनांक 09 मई 2025 को भारतीय सैनिकों के सम्मान में शौर्य सम्मान रैली का आयोजन महाविद्यालय प्रशासन समिति के वरिष्ठ सदस्य राज कुमार अग्रवाल तथा प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला के नेतृत्व में किया गया।

देश की सरहदों पर तैनात हमारे जांबाज सैनिकों की बहादुरी और बलिदान की परंपरा युगों से हमारी सभ्यता का अभिन्न हिस्सा रही है। भारतीय सेना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि जब देश की एकता, अखंडता और नागरिकों की सुरक्षा की बात आती है, तो वह किसी भी सीमा तक जाकर राष्ट्र के सम्मान की रक्षा करने में सक्षम है।

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाया गया विशेष सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” न केवल एक जवाबी कार्रवाई था, बल्कि यह आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक नीति और अडिग इच्छाशक्ति का प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को चिह्नित कर एक सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से उन्हें नष्ट कर दिया। यह सैन्य कार्रवाई केवल एक सामरिक विजय नहीं, बल्कि यह पूरे राष्ट्र की आत्मा को झकझोर देने वाली घटना रही है, जिसने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब किसी भी प्रकार के आतंकी हमले का मुँहतोड़ जवाब देने में पूर्णतः सक्षम है। भारतीय सेना के इस अद्वितीय पराक्रम, अनुशासन और दूरदर्शिता से न केवल देशवासियों में गर्व की भावना व्याप्त हुई है, बल्कि पूरे विश्व में भारत की सैन्य और रणनीतिक ताकत का डंका भी बज उठा है। रैली का नेतृत्व वरिष्ठ सदस्य श्री राजकुमार अग्रवाल तथा प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला ने किया।
इस रैली में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, एनएसएस एवं एनसीसी इकाई के स्वयंसेवक, छात्र-छात्राएं तथा शहर के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में भाग लिये। देशभक्ति गीतों, नारों, बैनरों और तिरंगे की छांव में निकलने वाली यह रैली देश के उन अमर सपूतों को नमन करेगी जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर राष्ट्र की रक्षा की।
रैली के समापन पर महाविद्यालय प्रशासन समिति के वरिष्ठ सदस्य राजकुमार अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा “भारतीय सेना केवल सीमाओं की सुरक्षा नहीं करती, वह हमारे आत्मसम्मान, संस्कृति और नागरिकों की रक्षा की भावना का प्रतीक है।” ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि यह राष्ट्र के गौरव की पुनःस्थापना है। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को यह समझाना है कि देशभक्ति केवल शब्दों से नहीं, कर्मों से सिद्ध होती है। हमें अपने सैनिकों के प्रति आदर, समर्थन और कृतज्ञता की भावना को जनमानस में जागृत करना चाहिए।
डॉ. अंजू शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि शौर्य सम्मान रैली केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह भारतीय युवाओं को यह संदेश देने का माध्यम है कि वे अपने भीतर छिपे राष्ट्र सेवक को पहचानें। भारतीय सेना का पराक्रम हमें प्रेरणा देता है कि देश के प्रति अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएं और कभी भी कायरता के सामने न झुकें। यह आयोजन एक जन-जागरूकता अभियान भी है जिसका उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, सैन्य सम्मान, आतंकी गतिविधियों के प्रति जागरूकता और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को प्रबल करना है। ऑपरेशन सिंदूर भारतीय इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा और यह कार्यक्रम उसी गौरवगाथा को विद्यार्थियों के हृदय में स्थायी रूप से अंकित करने का प्रयास है।
रैली में एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किरण दुबे, प्रो. यूपेश कुमार, एन.सीसी. अधिकारी डॉ. आशीष शर्मा, रैली में आशीर्वाद पैनल के संस्थापक अध्यक्ष एवं एल्युमिनी कमेटी के अध्यक्ष अविनाश सेठी, विकास सिंह, चित्रकांत निडरवार, जित्तू ठाकुर, गोविंद सेठी, विरेंद्र साहू, बृजेश बोले, अरूण नाथानी, समर्थ मिरानी, मनीष मिश्रा तथा महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. मनीष तिवारी, डॉ. एम.एस. तंबोली, डॉ. संजय तिवारी, डॉ. विवेक अम्बलकर, डॉ. खगेन्द्र सोनी, प्रो. जयंत राय, प्रो. ए.श्रीराम, डॉ. आभा तिवारी, डॉ. एम.एल. जायसवाल, प्रो. निधिष चौबे, श्री विश्वास विक्टर, डॉ. ऋचा हाण्डा, श्री रूपेन्द्र शर्मा, श्री शैलेन्द्र कुमार तिवारी, श्रीमती ज्योति तिवारी, श्री सगराम चन्द्रवंशी एन.सी.सी., एन.एस.एस. व समस्त कर्मचारीगण छात्र-छात्राओं की भागीदारी रही।