
बिलासपुर। आज बिलासपुर शहर सहित जिले के गांव गांव में झोलाछाप डॉक्टर बड़े धड़ल्ले से क्लीनिक खोल कर बड़े मजे से लोगों का इलाज कर लोगो के जान से बड़ा खिलवाड़ कर रहे है , लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन पर कोई कार्यवाही नहीं करती। जिससे उनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।कुछ महीनों पूर्व कोटा के एक ग्राम में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी । तब जिला प्रशासन हरकत में आई और कलेक्टर के निर्देश में झोला छाप डॉक्टरों के क्लिनिक पर छापा मार कर उन्हें बंद कराया गया था। जो प्रायः आज सभी खुल चुके है और बेधड़क होकर इलाज कर रहे है। जिसकी खबर भी ग्लोबल 24 न्यूज ने लगातार प्रकाशित कर शासन प्रशासन को जगाने का प्रयास किया लेकिन विभाग द्वार इन पर कार्यवाही नहीं की गई और आज भी इन झोला छाप डॉक्टरो का इलाज़ है। जिसका परिणाम यह हुआ कि एक बार फिर दो मासूम बच्चो की मौत हो गई।
कुछ महीनों पूर्व कोटा के एक ग्राम में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी । तब जिला प्रशासन हरकत में आई और कलेक्टर के निर्देश में झोला छाप डॉक्टरों के क्लिनिक पर छापा मार कर उन्हें बंद कराया गया था। जो प्रायः आज सभी खुल चुके है और बेधड़क होकर अपना क्लिनिक चला रहे है। जिसकी खबर भी ग्लोबल 24 न्यूज ने लगातार प्रकाशित कर शासन प्रशासन को जगाने का भरसक प्रयास किया है लेकिन विभाग द्वार इन पर कार्यवाही नहीं की गई और आज भी इन झोलाछाप डॉक्टरो का इलाज़ जारी है। जिसका दुखद परिणाम यह हुआ कि एक बार फिर दो मासूम बच्चो की मौत हो गई।
उक्त घटना कोटा क्षेत्र के ग्राम टेंगन माडा की है । जहां झोलाछाप डाक्टर चिंटू गुप्ता के गलत ईलाज से इरफ़ान अली उम्र 13 वर्ष व इमरान अली उम्र 14 वर्ष नमक दो मासूमों की मौत हो गई हैं।
०आरोपी का नाम व पता:
दीपक गुप्ता उर्फ़ चिंटू गुप्ता पिता केदारनाथ गुप्ता उम्र 37 वर्ष निवासी टेंगनमाडा करवा चौकी बेलगहना चौकी बेलगहना जिला बिलासपुर।
०सराहनीय कार्य:
उक्त कार्यवाही में चौकी बेलगहना प्रभारी उप भावेश शेंडे, सउनि भरत राठौर, आरक्षक तरुण केशरवानी की विशेष भूमिका रही।